उपायुक्त किरण भड़ाना ने विभागों को समयबद्ध एवं समन्वित कार्ययोजना लागू करने के दिए निर्देश
Deputy Commissioner Kiran Bhadana
जिले में शीतकालीन तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित
केलांग, 23 दिसंबर 2025: Deputy Commissioner Kiran Bhadana: जिले में आगामी शीत ऋतु के दौरान संभावित चुनौतियों से निपटने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा की गई तैयारियों के संदर्भ में आज उपायुक्त कार्यालय के सभागार कक्ष में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष किरण भड़ाना ने की।
बैठक में उपायुक्त ने संबंधित विभागों से सर्दियों के दौरान सड़क संपर्क, विद्युत आपूर्ति, पेयजल, स्वास्थ्य सेवाएं, खाद्यान्न एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता, आपातकालीन सेवाओं तथा संचार व्यवस्था से जुड़ी तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए समय रहते आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करें, ताकि आम जनता को किसी भी वर्फबारी के समय पर किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
उपायुक्त ने बर्फबारी संभावित क्षेत्रों में मशीनरी, आवश्यक उपकरणों और मानव संसाधन की पूर्व तैनाती सुनिंिश्चत करने पर बल दिया। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग को दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता, एंबुलेंस सेवाओं की तत्परता तथा आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ रखने के निर्देश दिए। उन्होंने लोनिवि व सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों को स्नों फाल से बंद होने बाली सड़कों को तुरंत बहाल करने के लिए आवश्यक तैयारियां रखने को कहा। उन्होंने इन दोनों विभागों को आवश्यक मशीनरी की सूची आपस में साझा करने सहित उपमण्ड़लाधिकारियों को देने के लिए कहा। उन्होंने जल शक्ति विभाग को सर्दियों के समय आवश्यक पेय जल आपूर्ति सुनिश्चित बनाए रखने हेतु जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए।
उन्होंने विद्युत विभाग को थिरोट पॉवर हाउस के रिजरवायर की डिसिलटिंग के कार्य को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए ताकि बर्फभारी के समय मनाली से विद्युत आपूर्ति ना होने पर घाटी में बिजली की समस्या ना हो। उन्होंने काजा उपमण्डल में दो मेगा वाट के सोलर पॉवर प्लांट की वर्तमान स्थ्तिि के बारे में चर्चा की और बचे हुए कार्य को बर्फभारी से पहले पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि काजा उपमण्डल में शीत ऋतु के दौरान विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने खण्ड विकास अधिकारी को जिला की सभी पंचायतों में एमरजेंसी रिसपोंस सेंटर बनाने सहित इनमें से दस केंद्रों को रिलिफ शेल्टर के रूप में घोषित करने के लिए कहा।
स्वस्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बैठक में बताया कि शीत ऋतु की आवश्यकता के अनुसार आवश्यक दवाईयों की खरीद कर ली गई है तथा विभिन्न स्वस्थय संस्थानों में इनका वितरण कर दिया गया है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिला में फयूल वुड (वालन लकड़ी) का वितरण कर दिया गया है।
उन्होंने जिला प्रबंधन प्राधिकरण व उपमण्डल अधिकारियों सहित सीमा सड़क संगठन को निर्देश दिए कि उनके पास जो साटेलाइट फोन सक्रिय हालत में रहे। ताकि आपदा के समय आवश्यक संचार व्यवस्था बनी रहे।
इसके अतिरिक्त बैठक में सिस्सु क्षेत्र में बर्फभारी के दौरान वाहनों के फसने, पागल नाला के पास यातायात व्यवस्था, अग्निशमन वाहनों के लिए जल व्यवस्था, एमरजेंसी रिसपोंस सेंटर के लिए इक्यूपमेंट खरीदने, पटसेऊ में लोनिवि के विश्राम गृह को रेस्कयू सेंटर के रूप में नोटिफाई करने, कुतों के वैक्सीनेशन, मोबाइल टॉवर के लिए आवश्यक ईंधन भंडारण सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।
बैठक में सीमा सड़क संगठन, जिला स्तर के सभी विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहे और उन्होंने अपनी-अपनी तैयारियों की जानकारी साझा की।